धर्म संसद की एसआईटी जांच, दो संतों पर हो चुका केस; जानिए क्या है मामला
धर्म संसद की एसआईटी जांच, दो संतों पर हो चुका केस; जानिए क्या है मामला
उत्तरी हरिद्वार के वेद निकेतन में आयोजित तीन दिवसीय धर्मसंसद में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी, संत धर्मदास, साध्वी अन्नूपूर्णा भारती को नामजद करने के बाद अब पुलिस ने डासना काली मंदिर के मंहत एवं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद और धर्मराज सिंधू को भी मुकदमे में नामजद कर दिया है। इस मामले में अब तक पांच लोग नामजद हो चुके हैं।
हरिद्वार के खड़खडी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर तक धर्मसंसद आयोजित हुई। जिसमें संतों की ओर से हेट स्पीच दी गई। धर्मसंसद की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी।
ज्वालापुर निवासी गुलबहार कुरैशी की तहरीर पर पुलिस ने यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी खिलाफ धार्मिंक उन्माद फैलाने का मुकदमा दर्ज किया था। वायरल वीडियो के तूल पकड़ने के बाद हरिद्वार कोतवाली पुलिस सक्रिय हुई। इससे पहले पुलिस संतों को नजरअंदाज कर रही थी।
पुलिस ने कुछ दिन पूर्व मुकदमे में संत धर्मदास एवं साध्वी अन्नपूर्णा को भी नामजद कर लिया था। मामला देशभर में सुर्खियों में आने के बाद डीजीपी अशोक कुमार के दखल के बाद एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच खड़खड़ी चौकी प्रभारी विजेंद्र सिंह को सौंपी थी।
सीओ सिटी शेखर सुयाल ने बताया कि विवेचक की जांच में संत यति नरसिंहानंद एवं धर्मराज सिंधू के नाम भी सामने आए हैं। दोनों संतों को मुकदमे में नामजद कर दिया है। मुख्य आरोपी वसीम रिजवी एवं साध्वी अन्नूपूर्णा को नोटिस तामील कराए जा चुके हैं। बाकी संतों को भी नोटिस तामील कराए जाएंगे। बताया कि अभी मामले की जांच जारी है। धर्म संसद में हेट स्पीच देने वाले संतों के नाम सामने आने पर उनको भी मुकदमे में शामिल किया जाएगा।